यह एक सह-शैक्षिक, अंग्रेजी माध्यम वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय है जिसमें मध्यम छात्र शिक्षक अनुपात है। आकर्षक वातावरण, चालाकी से, छात्रों को, हरे भरे लॉन, प्रतिबद्ध और समर्पित कर्मचारी और सभी गतिशील और दयालु प्रिंसिपल के ऊपर, इस आदर्श संस्थान के अनिवार्य घटक हैं। स्कूली आदर्श वाक्य "सिंपल लिविंग एंड हाई थिंकिंग" एक को इस आदर्श को केवल शब्दों में ही नहीं, बल्कि एक्शन में भी अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह स्कूल, एक प्रसिद्ध शिक्षाविद् और समाज सुधारक स्वर्गीय डॉ। भगत राम सहगल का है, जिन्होंने 1936 में लाहौर में इस प्रमुख संस्थान की नींव रखी थी। विभाजन के बाद स्कूल को 1955 में अमृतसर और फिर दिल्ली स्थानांतरित कर दिया गया। अध्यक्ष श्री पीके सहगल की प्रतिबद्धता, भक्ति और अथक प्रयासों के फल तब मिले जब स्कूल को 1986 में विकास पुरी में भूमि आवंटित की गई थी।