श्रीमती गुंजन बिजलानी द्वारा वर्ष 1995 में स्थापित क्रेयोट्स मोंटेसरी विधि का अनुसरण करती है, जो कि एक वैज्ञानिक विधि है जो बच्चे के मन और शरीर के विकास के खोजे गए कानूनों पर आधारित है। यह मानव क्षमता को विकसित करने और वास्तविक बनाने के लिए आवश्यक प्रक्रिया के रूप में शिक्षा को फिर से परिभाषित करता है। यह न केवल वास्तविक जानकारी को संग्रहीत करने और प्राप्त करने की क्षमता के साथ बल्कि बच्चे के पूरे व्यक्तित्व के खिलने के साथ संबंध है। एक मोंटेसरी परिवेश में विकसित बच्चे की आदतें और कौशल उसे जीवन भर के लिए परोसते हैं। एकाग्रता, एक आत्मविश्वासी, संतुलित और खुशहाल व्यक्तित्व के विकास के लिए स्व अनुशासन। बच्चे को स्वतंत्र रूप से काम करने की अनुमति दी जाती है, जब तक कि वह दूसरों को परेशान न करे, जो भी गतिविधि उसे पसंद करती है। स्वतंत्र गतिविधि को प्रोत्साहित करने से मन और कार्रवाई की वास्तविक स्वतंत्रता प्राप्त होती है। बच्चे एक साथ या व्यक्तिगत रूप से काम करना चुन सकते हैं। इस सामाजिक वातावरण में दूसरों के लिए सक्रिय संबंध की आवश्यकता होती है और दूसरे के साथ सहयोग से बच्चे की सामाजिक भावना विकसित होती है।